गुरु गोविंदसिंह के ‘प्रकाश-पर्वÓ के तहत सोमवार दोपहर शोभायात्रा-नगर कीर्तन निकाला गया। प्रधान जसबीरसिंह हुड़ा ने बताया कि गुरुद्वारा परिसर को श्री गुरुनानक सत्संग सभा की ओर से रंग-बिरंगी रोशनी व स्वागत-द्वार से सजाया गया। शोभायात्रा में छोटे व बड़े पंज-प्यारे सहित पालकी-साहिब में श्री गुरु-ग्रंथ साहिब की सवारी शामिल की गई।
महिलाओं व ब्यावर श्री गुरुनानक सभा की ओर से संचालित शाला परिवार व स्कूली बच्चे नानक, रहीम, दादू के लिखे दोहों व गुरु-ग्रन्थ साहिब की वाणी के लिखे बैनर लेकर शोभायात्रा की गरिमा बढ़ाई। महिला मंडल ने सफाई करते हुए पुष्प अर्पित कर गुरु साहब की अगवानी की। सचिव मनमीतसिंह हुड़ा ने बताया कि शोभायात्रा मार्ग पर समाज के धर्मावलम्बियों, सामाजिक संगठनों व राजनीतिक संगठनों व सिन्धी समाज व गुरुनाम लेवा साध-संगत ने विशेष स्वागत-द्वार बनाकर शोभायात्रा पर पुष्प अर्पित किए।
पालकी साहिब सवारी में प्रो. नरेन्द्रसिंह व साहिबसिंह ने गुरु गोविंदसिंह, सिक्ख धर्म व आगामी लंगर की विशेषता बताई। 2 जनवरी को गुरु गोविंदसिंह जयंती प्रकाश-पर्व पर गुरुद्वारा गार्डन में अटूट लंगर वितरित होगा।
शोभायात्रा गुरुद्वारा परिसर से चांगगेट, पाली-बाजार, लोहारान चौपड़, एकता सर्किल, महादेवजी की छतरी, अजमेरी गेट, स्टेट बैंक चौराहा से भगत चौराहा एवं मिशन-कम्पाउंड होते हुए पुन: गुरुद्वारा साहिब पहुंची। वाहेगुरु परिवार ने अजमेरी गेट पर फल-प्रसाद बांटकर गुरु साहिब की अगवानी कर गुरु घर की खुशियां प्राप्त की। शोभायात्रा में कोटा की वीर खालसा गु्रप गतका पार्टी ने हैरतअंगेज कारनामें जैसे दोनों हाथों से चार-मोटर साइकिलों व कार को रोकना, आंख पर पट्टी बांधकर मोटर-साइकिल चलाना, बड़े फरसे से खेल-प्रदर्शन सहित अन्य हैरतअंगेज कारनामों से अचम्भित किया
उपप्रधान मनोहरसिंह अब्बोवेजा ने बताया कि मंगलवार को श्री गुरुग्रंथ साहिब का अखंड पाठ प्रारंभ होगा। बुधवार को को सायंकालीन दीवान में सायं 7.30 से 9 बजे तक गुरकीरतसिंह बकाला पंजाब वाले शबद-कीर्तन से संगत को निहाल करेंगे। 2 जनवरी को अखंड पाठ की समाप्ति के पश्चात निशान-साहिब के चौले की सेवा प्रात: 11 बजे होगी। इसी दिन दोपहर 12 से 2.30 बजे तक रागी-जत्थों द्वारा शबद-कीर्तन से संगत को निहाल किया जाएगा। प्रचार प्रभारी रवि कुमार ने बताया कि रात्रिकालीन विशेष दरबार में विशेष रागी जत्थे के साथ बलविंदरसिंह, साहिबसिंह, विजेन्द्रपालसिंह हुडा, पवन ज्योतसिंह व गुरबचन कौर रात्रि 10 से 1.30 बजे तक शबद-कीर्तन द्वारा संगत करेंगे। प्रकाश-पर्व के पश्चात विशेष आतिशबाजी व सेवाकर खुशियां प्राप्त करेंगे।
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