प्रदेश में बस सेवा से महरूम ग्रामीणों को तीन साल बाद फिर बस परिवहन सेवा की सुविधा नसीब होगी और आवागमन सुगम हो सकेगा। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की ओर से निविदा निकाली गई और अब कार्यादेश जारी करने की कवायद शुरू कर दी गई है। सम्भवतया इस माह के अन्त तक ग्रामीण क्षेत्रों में ४५० बसें दौडऩे लगेगी। राज्य सरकार की ओर से करीब तीन साल पहले तक ग्रामीण क्षेत्रों में बसों का संचालन किया जाता था। लेकिन गत सररकार ने इस सेवा को बंद कर दिया। वर्तमान सरकार ने बस सेवा शुरू करने के लिए ४५० बसों की निविदा निकाली। निविदा के लिए अन्तिम तिथि २० जनवरी थी। इस दौरान १७ संवेदकों ने भाग लिया। जल्द ही मुख्यालय की ओर से कार्यादेश जारी किया जाएगा। इसके बाद प्रदेश में बस सेवा से वंचित ग्राम जुड़ जाएंगे।
पूर्व में जब बसों का संचालन होता था, उस समय के करोड़ों रुपए रोडवेज में प्रदेश भर के संवेदकों के बकाया चल रहें हैं। उदारहण के लिए ब्यावर के मनजीतसिंह हुड़ा के करीब ७८ लाख, केकड़ी के रमेश सुवालका के करीब १ करोड़ ८ लाख बकाया बताए जाते है। इनका कहना है कि तीन साल पहले का बकाया भुगतान अब तक नहीं किया जा रहा है और एेसे में वे परेशान है।