ग्राम रूपनिवास में भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ एवं छठी विशाल हरिबोल प्रभात फेरी का शुभारंभ हुआ। सोमवार को भागवत कथा के शुभारंभ पर शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में कलश लिये सैकड़ाें महिलाओं ने भाग लिया वहीं जुलूस में शामिल झांकियाें ने मन मोह लिया। कथा के समापन पर 18 मार्च को प्रभातफेरी निकाली जाएगी।
सुबह 8 बजे बड़ी संख्या में श्रद्धालु आयोजन स्थल पर एकत्र हुए तथा चारभुजानाथ मंदिर से कलश यात्रा निकाली गई। बैंड बाजे के साथ शुरू हुई कलश यात्रा में बड़ी संख्या में बच्चे युवतियों एवं महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। सबसे आगे भागवत ग्रंथ्र को सर पर उठाए यजमान परिवार के सभी सदस्य एवं कथावाचक दिनेशकुमार शास्त्री चल रहे थे। कलश यात्रा में पीले वस्त्र धारण कर महिलाएं सिर पर कलश धारण किए हुए मंगल गीत गाते हुए चल रही थीं। कलश यात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत भी किया गया। शोभा यात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।
जीवन का सार तत्व है भागवत
कथावाचक ने सोमवार को धुंधकारी, गोकर्ण, परीक्षित जन्म एवं शुकदेव आगमन की कथा सुनाई। शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा में जीवन का सार व तत्व मौजूद है। आवश्यकता है निर्मल मन और स्थिर चित्त के साथ कथा श्रवण करने की। भागवत कथा श्रवण से मनुष्य को परम आनंद की प्राप्ति होती है । मनुष्य जब अच्छे कर्मों के लिए आगे बढ़ता है तो संपूर्ण सृष्टि की शक्ति समाहित होकर मनुष्य के पीछे लग जाती है और हमारे सारे कार्य सफल होते हैं ठीक उसी तरह बुरे कर्मों की राह के दौरान संपूर्ण बुरी शक्तियां हमारे साथ हो जाती है। इस दौरान मनुष्य को निर्णय करना होता कि उसे किस राह पर चलना है। छल और छलावा ज्यादा दिन नहीं चलता।
यह रहेगा कार्यक्रम
ग्रामवासियों के अनुसार भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ एवं छठी विशाल हरि बोल प्रभात फेरी 11 मार्च से शुरू होकर 18 मार्च तक धार्मिक कार्यक्रमों के धूम रहेगी। सप्ताह भर के धार्मिक कार्यक्रम में 17 मार्च को भागवत कथा समापन, जागरण एवं 18 मार्च को विशाल हरी बोल प्रभात फेरी एवं प्रसादी वितरण का आयोजन होगा। इस अवसर पर सैकड़ों भक्त मौजूद थे।
मेवदाकलां. ग्राम रूप निवास में धार्मिक कार्यक्रम के दौरान निकाली कलश यात्रा।