शिक्षक सम्मेलनों में गूंजा पुरानी पेंशन योजना लागू करने का मामला
विभिन्न शिक्षक संगठनों की ओर से शुक्रवार को अलग-अलग स्थानों पर दो दिवसीय शिक्षक सम्मेलन की शुरूआत हुई। जिसमें शिक्षकों की समस्याओं को सुनकर उनके समाधान पर विचार विमर्श किया जाएगा। इसमें मुख्य रूप से शिक्षकों ने पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग की।
राजस्थान शिक्षा सेवा प्राध्यापक संघ(रेसला) की ओर से राजकीय जैन गुरुकुल उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक सम्मेलन शुरूआत हुई। जिला अध्यक्ष त्रिलोकचंद यादव ने बताया कि सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में जवाजा प्रधान गायत्री रावत उपस्थित हुई। विशिष्ट अतिथि नगर परिषद सभापति शशिबाला सोलंकी व भाजपा नेता नरेन्द्र सिंह रावत थे। सम्मेलन में मुख्य वक्ता पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी अमरचंद वर्मा व जिला शिक्षा अधिकारी बीकानेर कन्हैयालाल भट्ट थे। जहां सम्मेलन में संख्यात्मक अनुपात में पदोन्नति, 10,20 व 30 पर एसीपी वेतन कटौती निरस्त किए जाने की मांग की। इस अवसर पर संगठन की ओर से श्रेष्ठ परिणाम देने वाले 86 व्याख्याताओं, 11 व्याख्याताओं से प्रधानाचार्य बनने वाले व 10 सेवानिवृत व्यक्तियों का सम्मान किया गया। सम्मेलन में कन्हैयालाल बागड़ी, गोविंद सिंह चौहान, आशुतोष दाधीच, मुकेश, समीर शर्मा, सीताराम प्रजापत, दिलावर टांक, राजेन्द्र वर्मा आदि उपस्थित थे।
राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन
इसी प्रकार राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन की ओर से मोहम्मद अली स्कूल में शैक्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। संघ के नगर अध्यक्ष मुकेश खींची ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता पंजीयक परीक्षा बीकानेर के कन्हैयालाल भट्ट ने की। मुख्य अतिथि व्याख्याता जलालुद्दीन काठात थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में संस्था प्रधान राजेन्द्र जोशी, समाज सेवी इंदर सिंह बागावास, मेघराज बोहरा, वीरेन्द्र सिंह रावत, कमलकांत शर्मा, संस्था प्रधान पदमचंद जैन, इंद्रचंद्र रांकावत, किशोर सिंह रावत, पूर्व सभाध्यक्ष नारायण सिंह पंवार, रावत सेना के प्रदेशाध्यक्ष गोपाल सिंह रावत, पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी सरदार सिंह चौहान, नफीसा भारती उपस्थित हुए। सम्मेलन में स्टाफिंग पैटर्न पर, नवीन पेंशन योजना की हानि पर सहित शिक्षकों की समस्याओं पर चर्चा की। संगठन ने सम्मेलन में मुख्य रूप से पुरानी पेंशन योजना को वापस लागू करने की मांग की।