बाल व्यास अमन शास्त्री ने कहा कि संस्कृति की रक्षा के लिए संस्कारों का बीजारोपण जरूरी है। वे बुधवार को यहां वैष्णव भवन में रघुवंश संकल्प सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में अयोध्या धाम के संत स्वामी दिलीप दास त्यागी महाराज की प्रकृति पोषण एवं संस्कृति संरक्षण पर 6 वर्षीय महाशंखनाद भारत यात्रा के प्रकल्प में आयोजित सात दिवसीय श्रीराम कथा में संबाेधित कर रहे थे।
उन्होंने कथा के दौरान सीताराम विवाह का चित्रण करते हुए कहा कि वर्तमान में संस्कारों के अभाव में जीवन में संकट गहरा रहे हैं। संस्कृति के संरक्षण के लिए प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में संस्कारों का विद्यमान होना जरूरी है। दूसरी अाेर स्वामी दिलीपदास त्यागी महाराज ने राजकीय नारायण उच्च माध्यमिक विद्यालय पौधरोपण कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए शिक्षा के साथ संस्कार पर बल दिया।
इस मौके पर विद्यालय में हरि शंकरी वाटिका के तहत पौधरोपण करते हुए जन मानस को प्रकृति पोषण परिकल्पना में प्रत्येक नागरिक को अपने जीवन में कम से कम एक पौधा लगाने व उसका पोषण कर प्रकृति संरक्षण के लिए जनजीवन के रक्षण का संदेश दिया। इस दौरान बिजयनगर तहसीलदार स्वाति झा, पालिकाध्यक्ष सचिन सांखला, अशोक छीपा, रघुवंश संकल्प सेवा ट्रस्ट के पंकज सिंह, पंडित देवेन्द्र पांडेय सहित विद्यालय के संस्था प्रधान व शिक्षक मौजूद रहे।