मुस्लिम समुदाय में रमजान के पवित्र महीने के चौथे शुक्रवार को जमातुल अलविदा आखिरी जुम्मा की नमाज अदा कर नमाजियों ने क्षेत्र में अमन चैन व खुशहाली के साथ विश्व शांति की दुआ की।
स्थानीय राजनगर स्थित जामा मस्जिद के पेश इमाम इरफान रजा नईमी ने जुम्मे की नमाज अदा करवाने से पहले अपने खुतबे में कहा कि रमजान के आखिरी 10 दिन के अशरे में एक रात ऐसी है जिसमें इबादत का सवाब हजारों महीना की इबादत से बेहतर है। अर्थात 84 महीना इबादत से ज्यादा है। उनमें से 27 वीं शब भी एक है जो 1 जून शनिवार को है। जामा मस्जिद सदर अब्दुल हकीम चौधरी एवं मदीना मस्जिद चंदा कॉलोनी में रज्जाक भाई पेंटर एवं अन्य एतकाफ में बैठकर पिछले 5 दिनों से लगातार रोजा, नमाज, तिलावत, इबादत कर क्षेत्र की खुशहाली की कामना कर रहे है। जो चांद दिखाई देने पर घर लौटेंगे।
ईदगाह कब्रिस्तान कमेटी सदर मेहरुद्दीन ने बताया कि इबादत के दौर के साथ ईद की तैयारियां जोर पर है। ईद की नमाज सुबह 9:00 बजे होगी। चांद दिखाई देने पर 5 जून को ईद मनाई जायेगी। अन्यथा 30 रोजे पूरे कर 6 जून को ईद मनाई जाएगी। कब्रिस्तान स्थित ईदगाह में सामूहिक नमाज होगी।