इन दिनों सुबह सुबह छाया कोहरा और ओस एवं दिनभर की तेज सर्दी ने भले ही आमजन की धुजणी छुड़ा दी हो, लेकिन यह सब रवि की फसलों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। कृषि जानकारों की मानें तो मौसम में जितनी ठंडक होगी उतनी ही अच्छी फसलों की ग्रोथ होगी और पैदावार भी अच्छी होगी।अक्टूबर से दिसम्बर में रवि की फसलों का सीजन है और इस सीजन में बुवाई के बाद तेज सर्दी इन फसलों की सेहत के लिए खाफी अच्छे है। सुबह सुबह छाया कोहरा, रात को होने वाली ओस एवं दिनभर की ठंडक से गेहूं, जौ, चना, सरसों, तारामीरा एवं जीरे की फसलों की ग्रोथ के लिए काफी अच्छे है। वर्तमान मौसम के कारण पानी की आवश्यकता भी कम होती है और फसलों जल्द ग्रोथ करती है। ज्यादा सर्दी में पैदावार के भी अच्छी होने की उम्मीद बन गई है।
शीतलहर बनती है आफत :फसलों में फूल पनपने से पूर्व यदि शीतलहर हो जाए तो यह फसलों के लिए नुकसानदेह है। शीतलहर से फसलें खराब हो जाती है और कृषकों को आर्थिक नुकसान भी होने की आशंका बन जाती है।
73 हजार हैक्टेयर में बुवाई :कृषि विस्तार क्षेत्र की जवाजा, मसूदा, भिनाय एवं सरवाड़ पंचायत समिति के कुछ क्षेत्र की करीब 73 हजार हैक्टेयर कृषि भूमि पर रवि की फसलों की बुआई की गई है।
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