ब्यावर आगार का बुधवार को जोनल मैनेजर नरेन्द्र चौधरी ने आकस्मिक निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान जोनल मैनेजर नरेन्द्र चौधरी ने मुख्य प्रबंधक को यात्रियों के सामान की सुरक्षा के लिए क्लाॅक रूम की व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। चौधरी ने कहा कि आगार आने वाले व्यक्ति को यदि शहर में किसी कार्य से जाना हो तो उसे अपने साथ पूरा सामान भी लेकर जाना पड़ता है। इसके लिए उसे होटल या धर्मशाला में किराए का कमरा लेना पड़ता है। इससे यात्रियों को आर्थिक रूप से भी परेशानी झेलनी पड़ती है। ऐसे में आगार में यात्रियों की सुविधा के लिए यदि लॉकर व्यवस्था शुरू हो जाए तो यात्रियों को काफी राहत प्राप्त होगी। इसके लिए मुख्य प्रबंधक को निर्देश दिए गए है कि वह टेंडर निकाल आगार में लॉकर व्यवस्था शुरू करे।
वर्कशॉप व बस स्टैंड का भी निरीक्षण : राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के जोनल मैनेजर नरेन्द्र चौधरी ने आगार के मुख्य प्रबन्धक कार्यालय, वर्कशॉप व बस स्टैंड का निरीक्षण किया। साथ ही साफ सफाई व पीने के पानी के लिए पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए। उन्होंने वर्कशॉप के दरवाजों को दुरस्त कराने के साथ ही शौचालय के आगे की तरफ एक दीवार खड़ी करने व दीवारों पर टाइल्स लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी ऑफिस में बाथरूम की स्थिति को देखकर अधिकारियों व कर्मचारियों के काम करने के तरीके का आंकलन हो जाता है। इसलिए इन्हें स्वच्छ व सुन्दर रखने के लिए प्रयास किए जाए। मुख्य प्रबन्धक कार्यालय के बाहर लगे वाटर कूलर से फैल रहे पानी को लेकर भी नाराजगी जताई। चौधरी ने यहां पर पाइप लगाकर ट्रे लगाने के निर्देश दिए, ताकि पानी नहीं फैले। इसके अतिरिक्त गर्मी को देखते हुए पीने के पानी का पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए। उन्होंने दीवारों व छतों से गिर रहे चूने को भी दुरस्त करने के लिए निर्देशित किया। इस दौरान मुख्य प्रबन्धक रघुराजसिंह राजावत, यातायात प्रबन्धक लोकेन्द्र जांगिड़, कार्यशाला प्रबन्धक राकेश उच्चेनिया आदि मौजूद रहे।