आंगनबाड़ी केंद्राें पर बच्चों के नामांकन में चल रही अनियमितताओं पर अंकुश लगाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग ने नई कवायद शुरू की है। बच्चों की वास्तविक संख्या सामने लाने व फर्जीवाड़ा रोकने के लिए अब विभाग केन्द्र पर नामांकित प्रत्येक बच्चे का आधार नंबर ऑनलाइन करेगा। एक मई से आधार फीडिंग का कार्य शुरू होगा। उल्लेखनीय है कि आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों को पूर्व प्राथमिक शिक्षा देने के साथ ही गर्भवती महिलाओं व बच्चों को दलिया, मूंग की खिचड़ी, चना, परमल, सोयाबीन समेत कई पौष्टिक आहार दिया जाता है। सालाना एक केंद्र पर विभाग हजारों रुपए खर्च करता है। लेकिन निरीक्षण के दौरान अधिकांश पर नामांकन से कम बच्चे मिलते हैं। ऐसे में विभाग ने अब नई कवायद शुरू की है। शहर में कुल 117 आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित हो रहे हैं, जिसमें एक हजार से अधिक बच्चे पंजीकृत हैं।
ऐसे होती है अनियमितता
विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि ज्यादातर केंद्रों पर जो नामांकन दर्शाया हुआ होता है, उतने बच्चे निरीक्षण के दौरान कभी कभार ही मिलते है।ं अधिकांश केंद्रों पर ऐसे बच्चों का भी कार्यकर्ताओं ने नामांकन कर रखा है जो दूसरे आंगनबाड़ी कें व स्कूल में भी जाते हैं।