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रोजगार खतरे में देख मजदूर-मालिक एकजुट, उद्यमियों की रैली में हर वर्ग हुआ शामिल

रोजगार खतरे में देख मजदूर-मालिक एकजुट, उद्यमियों की रैली में हर वर्ग हुआ शामिल

आम तौर पर मजदूर व मालिकों के हित आपस में टकराते हैं मगर जब उद्योग ही खतरे में हो तो दोनों को एक मंच पर आना ही पड़ा। राजस्थान राज्य से कच्चे खनिज फेल्सपार के खंडे, दाना व मिट्‌टी के रूप में निर्गमन पर रोक की मांग को लेकर सोमवार को ब्यावर लघु उद्योग संघ ने रैली निकाली तो उद्यमियों के साथ ही मजदूर व सहायक उद्योगकर्मी भी शामिल हो गए।

ब्यावर लघु उद्योग संघ के सचिव दिनेश भूतड़ा ने बताया कि आंदोलन के तहत सोमवार को सुबह नौ बजे संघर्ष समिति के 51 सदस्य व कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक आयोजित की गई इसके पश्चात मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। ब्यावर लघु उद्योग संघ की ओर से सोमवार को आयोजित की गई रैली को काफी समर्थन मिला। रैली में उद्यमी, मशीनरी, वर्कशॉप मालिक, प्लास्टिक कट्‌टा सप्लायर्स, हमाल, मजदूर, ट्रांसपोर्ट व्यवसायी, माइंस व्यापारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। यह विशाल रैली सुबह 10 बजे ब्यावर लघु उद्योग संघ कार्यालय से रवाना होकर सतपुलिया, एसबीआई, अजमेरी गेट, भारत माता सर्किल, लौराहान चौपड़, चांग गेट, सिटी सिनेमा, मिशन ग्राउंड, भगत चौराह होते हुए उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंची। ज्ञापन में कहा गया कि प्रदेश के 10 जिलों की 50 विधान सभा क्षेत्रों में विस्तार लिए हुए अप्रधान खनिज फेल्सपार की ग्राइंडिंग कर लाखों लोगों को रोजगार व सरकार के खजाने में अरबों का राजस्व देने और पाउडर के रूप में राज्य से बाहर निर्गमन करने वाले तीन हजार उद्योगों की पांच वर्ष पुरानी मांग को मुख्यमंत्री ने सीकर जिले के श्रीमाधोपुर में 9 अप्रैल को हुई जनसुनवाई में पूरी करना स्वीकार किया था। इसके साथ ही उन्होने राज्य के अधिकारियों को इस पर त्वरित कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिए थे। इसके पश्चात 30 जुलाई को राज्य के मुख्य सचिव ने उद्यमियों के प्रतिनिधि मंडल को 4 अगस्त तक क्रियान्वयन का आश्वासन दिया था। इसके पश्चात अभी तक भी कच्चे माल के निर्गमन के आदेश जारी नहीं किए गए हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि आगामी 26 अगस्त तक आदेश जारी नहीं होने पर संबंधित उद्योग की ओर से राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन में मांग की गई है कि राजस्थान माइनर मिनरल कंसेशन रुल्स 2017 के तहत अप्रधान खनिज फेल्सपार के खंडे, गिट्‌टी, दाने के रूप में राज्य की सीमाओं के बाहर निर्गमन रोक लगाए जाने के आदेश जारी करें। इस दौरान सुरेंद्रसिंह राजपुरोहित, सुनील डांगी, विजय हेडा, अनिल जामड़, दिनेश गुप्ता, बसंत जांगिड़, रोहित गोयल, संदीप जैन, कपिल कोठारी, प्रिंस ओस्तवाल, रवि झंवर, सुभाष राठी, मोहन शर्मा, शैलेष शर्मा, प्रकाश पाटनी, कैलाश, मंजीत सिंह हुडा, श्याम यादव, सुरेश खींचा, विकास गर्ग, मनीष जैन, रमेश कविया, लक्ष्मण, विजय जैन, त्रिलोक अग्रवाल, दुष्यंत देसाई, रमेश पंवार, नरेश मित्तल, विशाल काबरा, लक्ष्मीकांत माहेश्वरी, गोपाल हेडा, अनिल कटारिया, मनीष मेहता, राजकुमार गोयल, तरुण मुणोत, रमाकांत बंसल, संजय लड्‌ढा, अरुण अग्रवाल, मनोज भंसाली आदि शामिल हुए।

संघ सदस्य बैठे क्रमिक अनशन पर

रैली के रुप में पहुंच कर ज्ञापन देने के पश्चात लघु उद्योग संघ के 11 सदस्यों का एक दल उपखंड अधिकारी कार्यालय के बाहर क्रमिक अनशन पर बैठ गया। इसमें अजय मूंदड़ा, ललित कबाड़ी, आदित्य बल्दुआ, मुकेश गुप्ता, नवीन हेडा, विक्रांत यादव, मितेश मूंदड़ा, अतुल नवाल, चंद्रप्रकाश मूंदड़ा, निर्मल शर्मा, दिलीप चावड़ा शामिल रहे।

इन्होंने भी दिया समर्थन

रैली के दौरान मिनरल व ग्राइंडिग यूनिट उद्यमियों के साथ ही अन्य कई व्यापारिक संगठन भी शामिल रहे। रैली को ट्रांसपोर्ट संघ, बारदाना संघ, मशीनरी व इंजीनियरिंग वर्कशॉप, इलेक्ट्रिक सप्लायर्स व मिस्त्रीगण, हमाल- मजदूर, सुपरवाइजर्स रिको कॉमर्शियल सेंटर के व्यापारी, माइंस ऑनर्स सहित सभी प्रभावित लोगों ने राज्य में फेल्सपार, खंडे, गिट्टी, दाना के राज्य के बाहर निर्गमन को फेल्सपार-ग्राइंडिग उद्योग पर खतरा मानते हुए पूर्ण समर्थन दिया।

कच्चे माल के निर्गमन पर रोक लगाने की मांग को लेकर निकाली रैली, मजदूर वर्ग भी हुआ शामिल, धरने पर बैठे, अनिश्चितकालीन बंद के दौरान लघु उद्योग संघ ने निकाली महारैली, उपखंड अधिकारी को सौंपा ज्ञापन

ब्यावर. रैली के रूप में ज्ञापन सौंपने जाते लघु उद्योग संघ के सदस्य एवं श्रमिक।

ब्यावर। उद्यमियों की रैली में शामिल हुए कर्मचारी व अन्य वर्ग।

उपखंड अधिकारी कार्यालय में ज्ञापन देने पहुंचे संघ के पदाधिकारी।

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