इस अवसर पर तालुका अध्यक्ष एवं अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश सुमन गुप्ता, अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश सं.2 प्रेम राजेश, अति. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ममता सैनी, अति. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सं.1 उत्तमा माथुर, न्यायिक मजिस्ट्रेट मनीषा अग्रवाल, श्वेता परमार व अभीप्सा चारण उपस्थित रहे। तालुका अध्यक्ष सुमन गुप्ता ने बताया कि विधिक सेवा सप्ताह अभियान के तहत ब्यावर के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में विधिक साक्षरता शिविरों का आयोजन कर आमजन को उनके कानूनी अधिकारों एवं रालसा द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि नि:शुल्क विधिक सहायता के तहत पात्र व्यक्तियों को उनकी ओर से पैरवी करने के लिए अधिवक्ता उपलब्ध करवाया जाता है। अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश सं. 2 प्रेम राजेश ने लोक अदालत की उपयोगिता बताते हुए कहा कि लोक अदालत में आपसी समझौते से प्रकरणों को निस्तारण होने से कोई अपील नहीं होती और मुकदमेबाजी से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाता है, जिससे समय, श्रम व धन की बचत होती है। उत्तमा माथुर ने नशे से होने वाले दुष्परिणामों, मोटर वाहन अधिनियम, महिला सशक्तिकरण के बारे में विस्तृत जानकारी दी। पैरा लीगल वालंटियर श्री संजय सेन ने उपस्थित को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की तथा पर्यावरण प्रदूषण रोकने के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण करने, पॉलीथीन बैग का प्रयोग बंद करने, कूड़े को कूड़ेदान में डालने तथा खुले में शौच नही करने के प्रति जागरूक किया।
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