ब्यावर आगार का मंगलवार को जोनल मैनेजर नरेन्द्र चौधरी ने आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आगार में यात्रियों की सुविधा के लिए लगे प्याऊ के पास गंदगी देख अधिकारियों की लताड़ लगाते हुए कहा कि आगार में आठ से 10 घंटे रहने के बाद भी इस प्रकार की गंदगी है तो आप लोग करते क्या हैं।
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के जोनल मैनेजर नरेन्द्र चौधरी ने मंगलवार को आगार के मुख्य प्रबन्धक कार्यालय, टिकट विंडाे, वर्कशॉप व बस स्टैंड का निरीक्षण किया। जहां निरीक्षण साफ सफाई व यात्रियों के पीने के पानी के लिए पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए। उन्होंने आगार में बने शौचालय का निरीक्षण कर उसमें फैली गंदगी को साफ कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी ऑफिस में बाथरूम की स्थिति को देखकर अधिकारियों व कर्मचारियों के काम करने के तरीके का आंकलन हो जाता है। इसलिए इन्हें स्वच्छ व सुन्दर रखने के लिए प्रयास करे। उन्होंने गर्मी को देखते हुए पीने के पानी का पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए। जहां मुख्य प्रबंधक ने भामाशाह की मदद से आगार में पीने के पानी की व्यवस्था करने की बात कही। जिस पर उन्होंने वहां निरीक्षण किया तो पानी के केम्पर शौचालय के निकट पड़े देखे। जहां उन्होंने पीने के पानी के केम्पर को वहां से हटा कर साफ स्थान पर रखने को कहा। इसके अतिरिक्त उन्होंने ब्यावर आगार की बसों की भी जांच करते हुए बसों में फैली गंदगी व बसों में लगे पोस्टर को भी हटाने को कहा। इसके अतिरिक्त अंनुबधित बसों की सफाई करवाने के लिए अंनुबधित बस मालिक को भी पांबद किया। इस दौरान मुख्य प्रबन्धक रघुराजसिंह राजावत, यातायात प्रबन्धक लोकेन्द्र जांगिड़, कार्यशाला प्रबन्धक राकेश उच्चेनिया आदि मौजूद रहे।
इससे पहले मंगलवार को आगार के अधिकारियों को जोनल मैनेजर के आने की सूचना पर कर्मचारियों व अधिकारियों में हड़कं मच गया। जिसके बाद मुख्य प्रबंधक के आदेश पर आगार में सफाई का कार्य शुरू किया गया। इसी का नतीजा रहा कि जोनल मैनेजर के आने के बाद भी आगार में सफाई का कार्य होता रहा। जोनल मैनेजर नरेन्द्र चौधरी ने बताया कि प्रदेश के सभी आगार में बसों की कमी चल रही है। इसके लिए प्रयास किए जा रहे है। आचार संहिता हटने के बाद विभिन्न आगार में नई बसें भेजी जाएंगी। जिससे आगार में बसों का विभिन्न रूटों पर सुचारू संचालन करने के साथ ही यात्रियों को भी सुविधा प्राप्त हो सके। इसके आलावा ब्यावर आगार में ऑफिस कार्य में लगे परिचालकों पर चौधरी ने कहा कि आगार में एलडीसी के पद रिक्त होने के कारण परिचालकों से ऑफिस कार्य करवाया जा रहा है। ब्यावर आगार में वर्तमान समय में ऑफिस कार्य में 6 परिचालकों नियुक्त किया गया है। जबकि आगार पहले से ही परिचालकों की कमी से जूझ रहा है।