स्टैंड तक पहुंचने लगीं प्राइवेट व अवैध बसें
रोडवेज कर्मचारियों की चक्काजाम हड़ताल का असर यह रहा कि प्राइवेट व अवैध वाहन सूने पड़े बस स्टैंड परिसर तक पहुंचने लगे। सोमवार को राोडवेज कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन कर रैली निकाली और उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर बस स्टैंड के बाहर खड़े होने वाले निजी टैक्सियों व लोक परिवहन बस सेवा को हटाने की मांग की।
यूनियन सचिव ओमप्रकाश जांगिड़ ने बताया कि हाईकोर्ट के स्पष्ट आदेश हैं कि बस स्टैंड परिसर से 3 से 5 किमी तक कोई भी अवैध वाहन व टैक्सी नहीं हो सकती है। लेकिन प्रशासन की ओर से ऐसे वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं करने के कारण स्टैंड के सामने से यात्रियों को बैठाकर ले जाते है। जिससे आगार के कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देने के बाद कर्मचारियों ने सिटी थाना अधिकारी व जिला परिवहन अधिकारी को भी ज्ञापन देकर निजी वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। हड़ताल व विरोध प्रदर्शन करने वालों में विजयसिंह, प्रतापसिंह, बृजसिंह, सुरेश पारीक, छेलाराम, नारायण सिंह, बाबूलाल, प्रवीण कुमार, विनोद कुमार, ममता, मुन्नी, सुधा, भंवर चौधरी, कन्हैयालाल, सागरमल, इकबाल, चन्द्रशेखर, धनश्याम उपाध्याय, संपतराज जांगिड,जगदीश सेन, पुखराज सेन, कोयली देवी, रतनलाज शर्मा, नंदलाल, जगदीश, गजेन्द्र, महेन्द्र सिंह आदि कर्मचारी शामिल थे।
निजी वाहनों पर लटक कर यात्रा करते स्कूली छात्र।