महिलाएं सुहाग की लम्बी आयु के लिए गुरुवार को करवा चौथ रखेंगी। इस बार यह करवा चौथ सभी व्रतियों के लिए शुभ संयोग लेकर आया है, लेकिन जिन लोगों के लिए पहला करवा चौथ है उनके लिए सोने पर सुहाग वाली बात हो गई है। पंडित मनीष पाराशर ने बताया कि इस बार चंद्रमा व्रतियों के लिए गुडलक लेकर आ रहा है। इसकी खास वजह यह है कि 70 साल बाद करवा चौथ की शाम चंद्रमा शुभ नक्षत्र में उदित होने जा रहा है। यह सभी व्रतियों के लिए अच्छा है। पंडित पाराशर ने बताया कि करवा चौथ का व्रत हर वर्ष कार्तिक महीने में कृष्णा पक्ष में चतुर्थी को किया जाता है। इसे संकष्टी चतुर्थी भी कहते हैं, यानि संकटों को दूर करने वाली चतुर्थी। इस वर्ष करवा चौथ के दिन चांद रोहणी नक्षत्र में उदित होंगे। रोहिणी नक्षत्र चंद्रमा की सबसे प्रिय प|ी है। इसलिए जब चंद्रमा रोहिणी नक्षत्र में होते है, तो अत्यंत फलदायी होते हैं। करवा चौथ के दिन दोपहर 3 बजकर 23 मिनट पर कृतिका नक्षत्र समाप्त हो रहा है और रोहिणी नक्षत्र शुरू हो रहा है। इन दोनों नक्षत्रों के साथ करवा चौथ का व्रत शुभ है। इस दिन महिलाएं सूर्य उदय से पहले सगार ग्रहण करेंगी, जिसके बाद पूरे दिन बिना पानी व खाने के व्रत रखेंगी। शाम को चांद दिखने पर अर्क देकर जल व भोजन ग्रहण करेंगी। करवा चौथ के व्रत से पहले बुधवार को शहर के मुख्य बाजारों में महिलाओं की खासी रौनक देखने को मिली। महिलाओं ने साजो सम्मान की खरीद करने के साथ पूजा सामाग्री की भी खरीदारी की। बाजारों में भीड़ बढ़ने से कई बार मुख्य बाजार में जाम की स्थिति भी हो गई। वहीं कपड़ों की दुकानों पर भीड़ बढ़ने से बाजार में उत्साह का माहाैल है। दुकानदारों ने बताया कि लम्बे समय से मंदी की मार के चलते व्यापार धीमा था, लेकिन त्यौहारी सीजन आते ही रौनक लौटी है।
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