बीसलपुर बांध के पानी पर पहला हक ब्यावर का!
ब्यावर युवा संगठन की ओर से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को ज्ञापन प्रेषित कर बीसलपुर परियोजना में ब्यावर उपखंड को उसके हिस्से का पूरा पानी देने की मांग की गई। पूर्व पार्षद जसराज शर्मा ने बताया कि बीसलपुर बांध से ब्यावर शहर को पर्याप्त मात्रा में पेयजल नहीं मिल रहा है। वर्ष 1994 में तीन साल के कड़े संघर्ष के बाद परियोजना के तहत ब्यावर को पेयजल का पहला हक था।
परियोजना का लाभ भी शहर को मिला मगर अब तक ग्रामीण क्षेत्र की जनता इससे लाभांवित नहीं हो सकी है। ग्रामीण क्षेत्र की जनसंख्या का एक बहुत बड़ा हिस्सा आज भी पेयजल के लिए संघर्ष कर रहा है। जबकि वर्ष 1994 में पानी को लेकर यहां एक बड़ा आंदोलन शुरू हुआ था। इस दौरान ब्यावर उपखंड पूरे 10 दिन तक बंद रहा था। साथ ही अब भी शहरवासियों पर पानी आंदोलन संबंधी मुकदमे चल रहे हैं। पांच साल की लंबी लड़ाई के बाद पहली बार बीसलपुर योजना ब्यावर के लिए बनी। जिससे शहर को लाभ भी मिला, परंतु वर्तमान स्थिति में ब्यावर व आस-पास के ग्रामीण इलाकों में स्थिति गंभीर होती जा रही है। वर्तमान में शहर में 4 से 5 दिन के अंतराल में पेयजल सप्लाई हो रही है। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 199 गांव संबंधी परियोजना पर काम कर रहा है। मगर ब्यावर शहरी क्षेत्र को ही जब पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है तो सरकार इन 199 गांवों में पेयजल सप्लाई किस प्रकार करेगी। जसराज शर्मा ने सरकार से आग्रह किया कि बीसलपुर का पानी ब्यावर को पर्याप्त मात्रा में मिले। जिससे शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की जनता को पेयजल आसानी से उपलब्ध हो सके।