ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की ओर से पिछले माह शुरू की गई सिलेंडर की दर में बढ़ोतरी का सिलसिला इस बार भी बरकरार रहा। मगर इस बार लोकसभा चुनाव में गृहणियों को राहत देते कंपनियों ने घरेलू गैस सिलेंडर में महज 5 रुपए की तो व्यावसायिक गैस सिलेंडर में 71.50 रुपए की बढ़ोतरी की। कंपनियों द्वारा लिए गए निर्णय के बाद नई दर के मुताबिक अब घरेलू गैस सिलेंडर के लिए 691.50 रुपए और व्यावसायिक गैस सिलेंडर के लिए 1283 रुपए देने पड़ेंगे।
जबकि इससे पहले मार्च में घरेलू गैस सिलेंडर की दर 686.50 रुपए और व्यावसायिक गैस सिलेंडर की दर 1211.50 रुपए थी। हालांकि मार्च से पिछले चार माह की बात करें कंपनियों ने जहां घरेलू गैस सिलेंडर में 283 रुपए की कमी की तो व्यावसायिक गैस सिलेंडर में भी 443.50 रुपए की कमी की थी।
एक ओर तो कंपनियां गैस सिलेंडर की दर में बढ़ोतरी कर रही है दूसरी ओर ग्राहकों का आरोप है कि उन्हें सिलेंडर में कम मात्रा में गैस मिल रही है। ऐसा ही एक मामला बुधवार को सामने आया जब प्रताप नगर निवासी प्रशांत भराडिय़ा ने बताया कि उन्होंने गोयल गैस एजेंसी पर सिलेंडर की बुकिंग कराई। इस पर एजेंसी की ओर से जब बुधवार को सिलेंडर की डिलीवरी पहुंची तो प्रशांत भराडिय़ा को सिलेंडर में गैस कम लगी। इस संबंध में उन्होंने बताया कि उनके यहां गैस सिलेंडर करीब 25 दिन तक चलता था। मगर पिछले दो-तीन बार से यह 20 दिन में ही समाप्त हो रहा है जबकि उसका उपयोग उतना ही हो रहा है। शक होने पर बुधवार को घर पर रखे इलेक्ट्रॉनिक कांटे का वजन चैक किया तो उसमें तीन किलो गैस कम मिली। एजेंसी के हॉकर्स के पास उपलब्ध दूसरे सिलेंडर का वजन लिया तो उसमें भी ढाई किलो गैस कम मिली। इस पर संबंधित एजेंसी को शिकायत की तो वहां से एक कर्मचारी मौके पर पहुंचा। भराडिया का आरोप है कि उसने भी इसे गंभीरता से लेने के बजाय दूसरा सिलेंडर उपलब्ध करवाकर मामला रफा-दफा करने की बात कही। ऐसे में भराडिय़ा ने रसद विभाग के प्रवर्तन अधिकारी हेमंत आर्य को इसकी सूचना दी।