तेजा मेले से नगर परिषद को हुई 18 लाख रुपए की आय
तीन दिवसीय तेजा मेले के आयोजन से नगर परिषद प्रशासन को 18 लाख रुपए की आय हुई जो उसे मेला स्थल पर लगनी वाली अस्थायी दुकानों, झूले-चकरी, विभिन्न स्टॉल्स व फुटपाथ पर बैठकर फुटकर व्यापार करने वालों से काटी गई रसीदों से प्राप्त हुई है।
मेले के सफल संचालन और इस बार सुचारू व्यवस्था के मकसद से की गई नई पहल से सफल होने पर उत्साहित आयुक्त सुखराम खोखर ने परिषद अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ तीसरे दिन राठी पवेलियन पर जश्न भी मनाया। मेला अधिकारी शमीम के मुताबिक इस बार मेला स्थल में परिषद प्रशासन की ओर से 197 अस्थायी दुकानें लगाई गई। इनमें कॉर्नर की कुछ दुकानों को नीलामी के जरिए व शेष को लॉटरी प्रक्रिया के तहत व्यापारियों को आवंटित किया गया।
इससे परिषद को करीब 9 लाख रुपए प्राप्त हुए। जबकि अन्य शेष राशि मेला स्थल में लगने वाले झूले-चकरी, फुटपाथ पर बैठकर व्यापार करने वाले व अन्य व्यंजन की स्टॉल्स लगाने वालों से काटी गई रसीदों से हुई। मेला अधिकारी शमीम का कहना है कि कार्यालय खुलने के साथ ही पूरा ब्यौरा मिलेगा। इसके बाद ही तय होगा कि इस बार मेले में परिषद प्रशासन ने व्यवस्थाओं पर कितनी राशि खर्च की।
सफल संचालन पर परिषदकर्मियों के साथ मनाया जश्न : मेले के संचालन और बिना किसी अड़चन के संपन्न होने पर तीसरे दिन आयुक्त सुखराम खोखर ने परिषद अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ व्यवस्था में जुटे अन्य संबंधित अधिकारियों को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने इसके लिए परिषद के सहायक कर्मचारी से लेकर मेला अधिकारी को भी इस जश्न में शामिल किया। समापन पर आयुक्त खोखर ने बताया कि मेले में सुचारू व्यवस्था और इसका सफल संचालन टीम के सहयोग बिना संभव नहीं।
सौंदर्यीकरण पूरा होने तक नहीं रुकेगा अभियान : आयुक्त खोखर ने स्पष्ट किया कि मेले के बाद भी बिचड़ली तालाब के सौंदर्यीकरण काम उसी रफ्तार से चलेगा। इसमें कोई कमी नहीं आएगी। इसके लिए उन्होंने अब तक अभियान में सहयोग देने के लिए आगे आए भामाशाहों का भी आभार जताया। आयुक्त ने बताया कि भामाशाह शहर हित और शहर विकास के लिए सहयोग करने को तत्पर है।
मेले का किया सीधा प्रसारण : आयुक्त और सभापति ने बताया कि परिषद प्रशासन की ओर से आयोजित तीन दिवसीय तेजा मेले में रोडवेज हड़ताल का कोई खास असर नहीं दिखाई दिया। परिषद की ओर से तीन दिवसीय मेले का सीधा प्रसारण कराने की व्यवस्था की गई। इससे मेला स्थल तक नहीं पहुंचने वाले लोगों ने भी घर बैठकर सीधे प्रसारण के जरिये इस मेले का आनंद उठाया।