बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदेश में खोले गए कस्तूरबा गंाधी बालिका आवासीय विद्यालय व शारदे छात्रावास का शिक्षा विभाग ने एकीकरण कर दिया। अब यह केजीबीवी आवासीय विद्यालय के नाम से जाने जाएंगें। यह एकीकृत आवासीय केजीबीवी योजना के तहत अलग-अलग कक्षा एवं श्रेणी में निर्धारित किए हैं। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि छठी से आठवीं कक्षा तक की बालिकाओं के लिए खोले गए कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय व 9वीं से 12वीं कक्षा तक की छात्राओं के लिए खोले गए शारदे छात्रावास अब एक हो गए। यह अब समग्र शिक्षा अभियान के अधीन चलेंगे। इससे पहले इनका संचालन सर्व शिक्षा अभियान व रमसा कर रहे थे। ऐसे में अब छात्राओं को छठीं से बारहवीं कक्षा तक का निशुल्क अध्ययन ओर रहने, खाने-पीने की व्यवस्था यहां होगी। जिले में पूर्व में 7 कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय व 7 शारदे छात्रावास संचालित हाे रहे थे। जिन्हें एक कर दिया गया है।
सीनियर सैकण्डरी स्कूल स्तर तक की मिलेगी शिक्षा : पूर्व में एसएसए के अधीन चलने वाले केजीबीवी में आठवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद छात्राओं को आगामी कक्षाओं में प्रवेश के लिए शारदे छात्रावास में प्रवेश मुश्किल से मिलता था,लेकिन अब इनके एक हाेने से छात्राओं को एक ही छत के नीचे 12वीं तक की पढ़ाई के साथ उनके रहवास और खाने पीने की व्यवस्था भी निशुल्क हो जाएगी।
बढ़ेगी छात्राओं की संख्या : केजीबीवी को अलग-अलग श्रेणियों में बांटने से अब प्रवेश की क्षमता में वृद्धि की है। जिन छात्रावासों में पूर्व में 50 बालिकाओं को प्रवेश देने की क्षमता थी, उनमें अब 100 बालिकाओं तथा कई छात्रावासों में अब 200 बालिकाओं काे प्रवेश दिया जाएगा।