नगर परिषद चुनाव में भाजपा दाेबारा से काबिज हाे गई। चुनाव में भाजपा के नरेश कनाेजिया ने कांग्रेस के गोविंद पंडित काे 20 मताें से हरा दिया। कनाेजिया काे 40 वाेट मिले जबकि कांग्रेस के गोविंद पंडित काे 20 मत ही मिले। 60 सदस्यीय बाेर्ड में भाजपा के 29 पार्षद चुनाव जीतकर अाए जबकि चुनाव जीतने वाले दस निर्दलीयों ने भाजपा का दामन थाम लिया। माना जा रहा था कि भाजपा काे 60 में से 39 मत मिलेंगे लेकिन मतगणना में से उसे 39 मत की जगह 40 वाेट हासिल हुए। लेकिन कांग्रेस काे अपने 16 पार्षदाें के अलावा 5 निर्दलीय पार्षदाें का समर्थन हासिल था लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी गोविंद पंडित काे 21 की बजाए 20 वाेट ही मिल पाए। मंगलवार काे सभापति चुनाव के लिए मतदान शुरू हाेने के साथ ही सबसे पहले भाजपा के पार्षद वाहन में बैठकर नगर परिषद परिसर पहुंचे अाैर एक-एक कर मतदान किया। इसके बाद कांग्रेस के पार्षद मतदान के लिए पहुंचे। सभी 60 वाेट गिर जाने के बाद निर्वाचन अधिकारी जसमीत सिंह संधू की देखरेख में मतगणना प्रारंभ की गई अाैर 60 में से 40 मत मिलने से उन्हाेंने भाजपा के नरेश कनाेजिया काे निर्वाचित घाेषित किया अाैर उन्हें पद व गाेपनीयता की शपथ दिलवाई गई। भाजपा की जीत की खबर परिसर के बाहर पहुंचते ही समर्थकाें ने भाजपा जिंदाबाद व नरेश कनाेजिया जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू हाे गए। समर्थकाें ने एक-दूजेे काे मिठाई खिलाकर जीत की बधाई दी।
कांग्रेस दावे करती रह गई, भाजपा ले गई 40 मत
नगर परिषद सभापति चुनाव में जहां भाजपा ने शुरू से ही अपने पार्षदों की बाड़ेबंदी के साथ निर्दलीय पार्षदों को भी एक के बाद एक अपने खेमे में पहुंचाती रही वहीं कांग्रेस पदाधिकारी महज दावे करते ही रहे। कांग्रेस पदाधिकारी यह मान बैठे थे कि वे मतदान के दिन सामने वाले खेमे के कुछ पार्षदों को अपने पक्ष में करने में कामयाब हो जाएंगे। भाजपा पदाधिकारियों ने अपनी व्यूह रचना के तहत मंगलवार सुबह मतदान शुरू होने के साथ ही अचानक अपने पार्षदों के साथ पहुंचे। जहां नवनिर्वाचित पार्षदों ने सभागार में उपस्थित होकर सबसे पहले वार्ड क्रमानुसार मतदान किया। पांच पार्षदों के इकट्ठा होते ही पदाधिकारियों के इशारे पर एक गाड़ी आती और उन्हें लेकर रवाना हो जाती। इससे पहले कि कांग्रेसी कुछ समझते भाजपा के अधिकांश पार्षद अपना मतदान कर चुके थे।