नए वित्तीय वर्ष का पहला ही सप्ताह प्रदेश के रोडवेज परिचालकों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आया है। रोडवेज बसों में यात्रा करने वाले मासिक पासधारी, पत्रकार, दिव्यांग सहित अन्य श्रेणी के नि:शुल्क यात्रियों के कार्ड से आने वाली राशि अब परिचालकों के खाते में जुड़ेगी। रोडवेज मुख्यालय जयपुर ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। नए आदेशों के बाद घाटे में चलने वाले परिचालकों का आय फैक्टर बढ़ सकेगा। पिछले कुछ सालों से परिचालक इस मामले में लगातार प्रबंधन से मांग कर रहे थे कि यह आदेश जारी हों आखिर नई प्रबंध निदेशक ने इसके आदेश जारी किए।
विभिन्न शहरों में रोजगार के लिए नियमित अपडाउन करने के लिए हर रोडवेज डिपो से हर माह 25 से 30 हजार मासिक पासधारी यात्री यात्रा करते हैं। हर बस में कम से कम 15 से 20 यात्री ऐसे होते हैं जो यात्रा करते हैं। साठ यात्रियों की सीट में बीस यात्री ऐसे आ जाने के कारण परिचालक कम ही इन लोगों के टिकट काटते थे, क्योंकि परिचालकों के साथ फ्लाइंग को भी पता है कि यात्री चाहे यात्रा करे या ना करे हर माह राशि कार्ड से लैप्स हो जाएगी। इनकी राशि खाते में जुड़ती भी नहीं थी। लेकिन नए आदेश आने के बाद परिचालकों का फोकस ऐसे यात्रियों पर भी रहेगा।
राेडवेज बस में टिकट काटते परिचालक।
मुख्यालय के खाते में जमा होती थी राशि
मासिक पासधारियों को हर माह डिपो से कार्ड को रिचार्ज करवाना पड़ता है। यह राशि डिपो व मुख्यालय स्तर पर जमा होती है। लेकिन अब परिचालकों के खाते में राशि आने से उनको मिलने वाले लक्ष्य में बढ़ोतरी होगी।
बसों में यात्रा के बावजूद परिचालक को लाभ नहीं
बसों में मासिक पासधारी, पत्रकार, दिव्यांग या गंभीर बीमारी से ग्रस्त यात्रियों के यात्रा करने के बावजूद परिचालक को लाभ नहीं मिलता था। कई परिचालक पहले नकद राशि देने वाले यात्रियों को बैठाते हैं क्योंकि उन्हें पता है कि कार्ड धारियों से उन्हें लाभ नहीं मिलेगा। इसी कारण कई बार खींचतान की स्थिति हो जाती थी। कई चालक एक साथ मासिक पासधारियों को देख बस नहीं रोकते थे। लेकिन अब यह समस्या नहीं रहेगी।