नीलकंठ महादेव मंडल अध्यक्ष के लेकर विधायक शंकरसिंह रावत एवं देहात जिलाध्यक्ष देवीशंकर भूतड़ा के बीच ठन गई है। देहात जिलाध्यक्ष भूतड़ा ने प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर गत दिनों मंडल अध्यक्ष पद पर डूंगरसिंह को नियुक्त किया था। इसके बाद से इनके बीच अंदरुनी तौर पर खींचतान चल रही थी। अब विधायक इस नियुक्ति को लेकर खुलकर सामने आ गए है। नीलकंठ मंडल अध्यक्ष लक्ष्मणसिंह को ही मानते हुए बैठक का आयोजन किया। इसमें भालिया मंडल अध्यक्ष रामसिंह बनजारी व सरपंच संघ अध्यक्ष पदमसिंह सुहावा का स्वागत किया गया। इस कार्यक्रम के बाद जारी बयान में नीलकंठ महादेव मंडल अध्यक्ष पद पर लक्ष्मणसिंह का नाम लिखा। जबकि गत दिनों नीलकंठ मंडल अध्यक्ष पद पर संगठन की ओर से डूंगरसिंह की नियुक्ति हो चुकी है। इसके बाद विधायक शंकरसिंह रावत ने प्रदेश संगठन से मिलकर आपति दर्ज कराई थी। इसके बाद से आपसी खींचतान शुरु हुई जो अब मुखर हो गई है। डूंगरसिंह के अध्यक्ष मनोनीत करने के बाद उनके स्वागत कार्यक्रम भी हुए। अब विधायक रावत के कार्यालय में हुए आयोजन में नवनियुक्त मंडल डूंगरसिंह मौजूद नही रहे। जबकि लक्ष्मणङ्क्षसह को अध्यक्ष मानते हुए आयोजित कार्यक्रम नवनियुक्त अध्यक्ष को चुनौती दे दी है। इसके बाद विधायक रावत व भाजपा देहात जिलाध्यक्ष के बीच मंडल अध्यक्ष को लेकर चल रही खींचतान अब खुलकर सामने आ गई है। इनका कहना है…नीलकंठ महादेव मंडल के अध्यक्ष लक्ष्मणसिंह रावत है। विधानसभा चुनाव व नगर परिषद चुनाव में पार्टी के विरोध में काम करने वालों को मंडल अध्यक्ष कैसे मान सकते है। -शंकरसिंह रावत, विधायकप्रदेश संगठन की ओर से नीलकंठ महादेव मंडल अध्यक्ष पद पर डूंगरसिंह को नियुक्त किया गया है। आज कार्यक्रम में अजमेर हूं। ब्यावर में किसी प्रकार की बैठक होने की कोई जानकारी नहीं है।
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