शहर की बसावट के साथ ही सुरक्षा के लिए बनाए गए परकोटे और उनमें स्थित विभिन्न गेट में से एक नेहरू गेट अब 33 साल बाद फिर नजर आएगा। इसके नवनिर्माण बाद गुरुवार को लोकार्पण बाद शहर में फिर से चार की बजाय पांच गेट नजर आएंगे। परिषद प्रशासन ने गुरुवार दोपहर बाद इसे आमजन के आवागमन के लिए शुरू किया। गेट पर आकर्षक रंग-रोगन भी किया गया है। लोकार्पण के साथ ही श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ के लिए आयोजित कलश यात्रा भी इसी गेट से होकर गुजरी। 33 वर्ष पूर्व भारी वाहन की टक्कर लगने से नेहरू गेट क्षतिग्रस्त हो गया था। क्षेत्रवासियों व पार्षद कैलाश गहलोत की मांग पर नगर परिषद सभापति ने नेहरू गेट का पुननिर्माण करवाने का निर्णय लिया। इसके लिए परिषद ने 3.90 लाख रुपए मंजूर कर इसके निर्माण कार्य शुरू कराया। आचार संहिता हटने के बाद इसका विधिवत उद्घाटन किया जाएगा। गेट की कुल ऊंचाई 29 फीट है जबकि आंतरिक ऊंचाई करीब 22 फीट है